आचार्य चाणक्य से कौन वाकिफ नही है वह अपनी चाणक्य नीति के कारण समस्त समाज मे याद करने योग्य हैं, उनको कौटिल्य और वात्स्यायन के नाम से भी जाना जाता है उनके विचार और महिलाओं के लिए कहे गए वक्तव्यों से अधिक फेमस हैं वह कहते है कि एक स्त्री ही एक घर को बर्बाद कर देती है और एक स्त्री ही घर मे चार चांद लगा देती है ।
उन्होंने अपनी चाणक्य नीति में लिखा है कि स्त्री के कुछ भाग ऐसे है जिन्हें छूने या चाटने से घर में सुख समृधि वैभव आता है और घर में लक्ष्मी का आगमन होता है वह कहते है वैसे तो स्त्री का समस्त शरीर ही पवित्र होता है और मतानुसार स्त्री देवी का रूप होती है और मतानुसार देवी पूजनीय होती है ।
चाणक्य ने कहा है कि वह स्त्री अपने पति की उम्र कम कर देती है जो उसके बगैर आज्ञा के व्रत रखती है और अपने शरीर को हानि पहुचाती है, और वह स्त्री कभी खुश नही रह सकती जो अपने पति को दुख पहुँचती है और संकट में अपने पति का साथ नही देती है । उस स्त्री को दुख भोगना पड़ेगा ।
चलो अब आते है कि स्त्री का वह कौनसा भाग है जिसे स्पर्श करने से घर मे लक्ष्मी बरसती है, स्त्री के कान के पीछे का हिस्सा स्पर्श करने या चाटने से घर मे धन वर्षा होती है क्योंकि स्त्री का वह पबित्र स्थान होता है । ऐसा चाणक्य के अनुसार कहा जाता है इसका सत्य है या नही इस बारे में अब तक कोई मत पूर्ण संतुष्ट नही कर पाया है ।