तुर्की में पुरातत्वविदों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दरअसल, इन्होंने पत्थरों को काटकर बनाए 12 हजार साल पुरानी इंसानी शक्ल जैसी दिखने वाली मूर्ति की खोज की है जो कि सिकंदर के शासन काल के बाद का बताया जा रहा है।
यह छोटी पहाड़ी के नीचे मिला है. यहां पर दीवार पर बनी इंसानी शक्ल की मूर्ति और अजीब से दिखने वाले पोल मिले हैं इसे लेकर पुरातत्वविद अब भी अध्ययन कर रहे हैं इन प्राचीन अवशेषों को उस समय बनाने की वजह अभी तक नहीं पता चल पाई है.
ऐसा कहा जा रहा है कि इस स्थान पर प्राचीन लोग किसी तरह का सांस्कृतिक या पारंपरिक परेड करते थे. हालांकि, इस बात को लेकर अभी तक कोई खुलासा नहीं हो पाया है
इस्तांबुल यूनिवर्सिटी के प्रीहिस्टोरिक आर्कियोलॉजिस्ट नेकमी करूल कहते हैं कि इंसानी शक्ल की मूर्ति और अजीब से आकार वाले पोल वाला यह स्थान उस समय का है जब जब इंसानों ने लिखना नहीं सीखा था
एक पुरातत्वविद ने बताया इस कॉम्प्लेक्स को देखकर लगता है कि यहां पर किसी तरह के कार्यक्रम होते रहे होंगे. क्योंकि ये एक बड़ा ढांचा है. जिसमें लोग एकदूसरे से मिलते-जुलते रहे होंगे
यहां होने वाले कार्यक्रमों का पता करने के लिए अभी और अध्ययन और खनन की जरूरत है. क्योंकि आमतौर पर किसी कार्यक्रम में कई प्रकार के बर्तनों, यंत्रों, जेवर आदि का उपयोग होता है. अगर हमें ऐसा कुछ मिलता है तो आगे कई तरह के नए खुलासे हो सकते हैं
इससे पहले तुर्की ने पत्थरों को काटकर बनाए गए 400 मकबरों को खोजा था जो कि सिकंदर के शासन काल का बताया जा रहा है। कब्रगाह लगभग 1800 साल पुराने हैं। इनके अंदर बेहतरीन चित्रकारी की गई हैं