कभी सलमान खान से शादी रचाने का सपना लेकर मुंबई आई सोमी अली का यह सपना तो पूरा नहीं हो सका लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में उनकी पहचान सलमान खान की हीरोइन बन कर जरुर बनी। सोमी अली की एक और पहचान यह भी है कि वो ‘नो मोर टीयर्स’ नाम से एक गैर सरकारी संस्था चलाती हैं। यह संस्था दुष्क,र्म और प्रता,ड़ना की शिकार महिलाओं को आश्रय देती है।
आज एक सफल महिला के तौर पर पहचान रखने वाली सोमी अली खुद भी रे,प सर्वाइवर रह चुकी हैं। एक दैनिक अखबार से बातचीत में सोमी अली ने अपनी आपबीती सुनाई है।सोमी अली ने बताया है कि पाकिस्तान में जब वो 5 साल की थीं तब उनके कुक ने उन्हें 3 बार से,क्शुअली एब्यू,ज किया। जब एक्ट्रेस 9 साल की हुईं तब उनके चौकीदार ने भी उनके साथ छेड़खानी की। अमेरिका में रहने के दौरान 14 साल की उम्र में 17 साल के एक लड़के ने उनके साथ दुष्क,र्म किया था।
16-24 साल के बीच कई बार सोमी अली घरेलू हिंसा का शि,कार हुई थीं। अपनी आपबीती खुल कर बताने वाली एक्ट्रेस ने इस इंटरव्यू के दौरान कहा कि उनकी जिंदगी का मकसद अब किसी की जिंदगी बचाना बन चुका है। सोमी अली ने यह भी कहा कि कई बार अपनी कहानी बताने पर उन्हें लोगों के ताने भी सुनने पड़े हैं।सोमी अली के बारे में आपको बता दें कि सोमी, सलमान खान से शादी रचाना चाहती थीं।
यही सोच कर वो भारत आई थीं। साल 1991 से 1997 के बीच सोमी ने अंत, किशन, अवतार, तीसरा कौन, आंदोलन और अग्निचक्र जैसी करीब 10 फिल्मों और विज्ञापन में काम किया। कहा जाता है कि सोमी और सलमान के बीच करीब 8 साल तक अफेयर चला था। लेकिन बाद में यह रिश्ता टूट गया।सलमान खान से ब्रेकअप के बाद सोमी अली मियामी चली आईं। इस साक्षात्कार में उन्होंने बताया था कि उनके छोटे भाई ने उन्हें प्रेरित किया। जिसकी वजह से मैंने दूसरी बार पढ़ाई शुरू की। सोमी अली ने बताया कि कॉलेज के प्रोफेर्स ने भी उनकी मदद की।
सोमी अली ने अमेरिका वापस जाकर साइकलॉजी में बैचलर डिग्री ली। इसके बाद ब्रॉडकास्ट जर्नलिजम में मास्टर्स करने के बाद सोशल वर्क से जुड़ गईं।सोमी की संस्था ‘नो मोर टियर’ शुरू की। संस्था की शुरुआत उन्होंने डोमेस्टिक वायलेंस के शिकार लोगों की मदद के लिए की थी। पिछले कई सालों में उनकी संस्था ने हजारों महिलाओं, पुरुषों और बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम किया है।