हैदराबाद नगर निगम के चुनाव के बाद अब गुजरात के निकाय चुनाव राष्ट्रीय राजनीति का अखाड़ा बनते जा रहे हैं. एमिम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी इन चुनावों में भाग लेने के लिए गुजरात पहुंच गए हैं.
गुजरात की ‘बी’ टीम बताने पर नाराजगी,गुजरात पहुंचने पर एमिम को बीजेपी की ‘बी’ टीम बताने पर ओवैसी नाराज हो गए. उन्होंने कहा कि मैं राजनीति की लैला हूं.
पिछले 20 सालों में गुजरात में कांग्रेस लगातार हारती आ रही है जबकि हमारी पार्टी अब तक यहां चुनाव नहीं लड़ रही थी. ओवैसी ने भरूच और अहमदाबाद में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए लोगों को गुजरात में हुए दं,गों की याद दिलाई. ओवैसी ने कहा कि दं,गों के बाद वे करीब 25 डॉक्टरों की टीम और 50 लाख रुपये की दवाई लेकर यहां पहुंचे थे.
इसके बाद अहमदाबाद और अन्य इलाकों में मेडिकल कैंप लगाकर उनकी टीम ने करीब 10 हजार लोगों की मदद की थी. बीजेपी-कांग्रेस से नाराज भारतीय ट्राइबल पार्टी,निकाय चुनाव में ताल ठोक रहे भारतीय ट्राइबल पार्टी के नेता छोटू भाई वसावा भी बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ही पार्टियां एससी- एसटी, ओबीसी और आदिवासी विरोधी हैं. वसावा ने कहा कि आदिवासियों को जल, जंगल, जमीन के अधिकार नहीं मिल रहे हैं. उन्हें अपने ही घरों से निकाला जा रहा है.
गुजरात के निकाय चुनावों में आम आदमी पार्टी की एंट्री,इस बार गुजरात के निकाय चुनावों में आम आदमी पार्टी भी एंट्री करने जा रही है. सूरत और अहमदाबाद में पार्टी के सांसद संजय सिंह तथा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया एक बार चुनाव प्रचार कर चुके हैं. बता दें कि अगले कुछ दिनों में अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, जामनगर और भावनगर महानगर पालिका के चुनाव होने जा रहे हैं.
सूरत की वराछा और आसपास के क्षेत्रों की 28 सीट में से कांग्रेस ने 21 सीटें जीती थी. इस बार उस पर प्रदर्शन बेहतर करने की चुनौती है. लेकिन एमिम और आम आदमी पार्टी जैसी पार्टियों के कूद पड़ने से उसके लिए बेहतर कर पाना मुश्किल हो रहा है.