जितेंद्र नारायण त्यागी जिनका पहला नाम वसीम रिज़वी था। जिन्होंने हाल ही में मुस्लिम धर्म छोड़ कर सनातन धर्म अपना लिया है।आपको बता दे कि जितेन्द्र नारायण त्यागी जब अपने पहले नाम वसीम रिज़वी के नाम से जाने जाते थे तो वो शिया वक्फ बोर्ड के सदस्य रह चुके है हाल ही में
उन्हें भड़,काऊ भाषण देने के जुर्म में गि,रफ्ता,र कर लिया गया है अब आपको बता दे कि जितेंद्र त्यागी पर एक ओर FIR दर्ज की गई है पुलिस ने देहरादून के रहने वाले शख्स की शिकायत पर मुक,दमा दर्ज किया है. इस दौरान पुलिस ने आरोपी वसीम रिजवी उर्फ जीतेंद्र त्यागी के खिला,फ धारा 153 ए के तहत किसी धर्म जाति या संप्रदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने
और 295 ए के तहत किसी व्यक्ति द्वारा द्वेषपूर्ण भावना से किसी भी धर्म जाति के खि,लाफ अपमानजनक बात करने की धाराओं में FIR दर्ज किया गया है. दरअसल, देहरादून के रहने वाले शिकायतकर्ता नदीम कुरैशी की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई थी.
इसमें आरोप लगाया था कि बीते 12 नवंबर 2021 को हरिद्वार में अपनी विवादित किताब मोहम्मद के विमोचन के दौरान पैगम्बर साहब को लेकर आपत्तिजनक व अपमानजनक बाते कहीं थी. इससे भारत में रहने वाले धर्म विशेष के लोगों की भावनाएं आहत हुई है.
उन्होंने त्यागी पर धार्मिक भावनाएं भड,काने व अशां,ति, असु,रक्षा उत्तपन्न करने व देश छवि धूमिल करने के लिये राज,द्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए SSP देहरादून को शिकायत दी थी. जिसके बाद शिकायत को हरिद्वार थाना प्रभारी ने बताया कि मुकद,मा दर्ज कर लिया गया है.
धर्मसंसद में भ,ड़काऊ भाषण देने, विवादित पुस्तक के विमोचन के माम,ले में गिर,फ्तार जितेंद्र नारायण त्यागी हरिद्वार जेल में बंद है।। उत्तरी हरिद्वार के वेद निकेतन आश्रम में बीते 17 दिसंबर से 20 दिसंबर तक धर्म संसद का आयोजन किया गया था, जिसमें उत्तर प्रदेश वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र नारायण त्यागी (पहले का नाम वसीम रिजवी),
गाजियाबाद डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद, महेंद्र धर्मदास, साध्वी अन्नपूर्णा व कुछ अन्य संतों ने अपने विचार रखे थे। धर्म संसद में भाषण से जुड़े वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने पर यह मामला लगातार तूल पकड़ता गया।जागरण से सहभार