इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर संगीता श्रीवास्तव ने प्रयागराज के डीएम को खत लिख कर कहा है कि उनके बंगले के पास की मस्जिद में होने वाली अज़ान से उनकी नींद में खलल पड़ता है. इसलिए उन्हें उससे निजात दिलाई जाई. वीसी ने अपने खत में लिखा है कि, “रोज़ सुबह करीब 5.30 बजे पास की मस्जिद के मौलवी की अज़ान से मेरी नींद टूट जाती है और फिर नींद नहीं आती.
नतीजे में मुझे सिर दर्द हो जाता है और दिन के काम पर भी असर पड़ता है. पुरानी कहावत है कि आपकी आज़ादी वहीं खत्म हो जाती है, जहां से मेरी नाक शुरू होती है.साथ ही उन्होंने कहा, ‘मैं किसी मज़हब के खिलाफ नहीं हूं,लेकिन अगर बिना लाउडस्पीकर के अज़ान हो तो किसी को दिक्कत नहीं होगी. ईद के पहले सुबह 4 बजे सहरी खाने का भी माइक से एलान होगा. संविधान सभी नागरिकों के धर्मनिरपेक्ष सहअस्तित्व की बात कहता है.
बॉलीवुड के मशहूर गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर अपने ट्वीट को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. उनके ट्वीट को सोशल मीडिया पर खूब पढ़ा जाता है. जावेद अख्तर ने फिर से एक ट्वीट किया, जिसने सोशल मीडिया पर नई बहस छेड़ दी है. उन्होंने अपने ट्वीट में लाउडस्पीकर पर अजान देने को परेशान करने वाला बताया है. उनके ट्वीट पर ट्विटर यूजर्स जमकर रिएक्शन दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर जावेद अख्तर का यह ट्वीट खूब ध्यान खींच रहा है.
इसे पूरी तरह लागू होना चाहिए. कृपया इस तेज अजान से पीड़ित सभी लोगों की ज़िंदगी में थोड़ी शांति बहाल करें.वीसी संगीता श्रीवास्तव ने अपने खत में इसे लागू करवाने के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक फैसले का भी जिक्र किया है. उनके इस खत पर इलाहाबाद पुलिस के डीआईजी कवींद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ऐसा एक खत डीएम के पास आया है. ध्वनि प्रदूषण पर हाईकोर्ट का आर्डर है, जिसके मुताबिक एक तयशुदा सीमा से ज्यादा शोर नहीं किया जा सकता. और रात में 10 से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर बजाने पर रोक है. इसे लागू करवाया जाएगा.