भारत और पाकिस्तान की टीमें जब भी क्रिकेट के मैदान में आमने-सामने होती हैं तो रोमांच भी अपने चरम पर होता है और जुनून भी. हालांकि दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के चलते लंबे समय से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली गई हैं और भारत-पाकिस्तान की टीमें सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट्स में ही एक-दूसरे के खिलाफ खेलती हैं. इसी कड़ी में अब दोनों देशों के प्रशंसकों को बड़ी खुशखबरी मिलने जा रही है.
इसके तहत भारत और पाकिस्तान की टीमें एक बार फिर एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में उतरती नजर आएंगी. दरअसल, इस साल भारतीय जमीन पर होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के हिस्सा लेने को लेकर आईसीसी ने अहम कदम उठाया है.दरअसल, इस साल अक्टूबर में भारत में टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन किया जाना है. इसे लेकर आईसीसी गवर्निंग बॉडी ने पाकिस्तान के खिलाडि़यों और सपोर्ट स्टाफ के वीजा और टैक्स एग्रीमेंट को लेकर बीसीसीआई से बात की है.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन एहसान मनि ने आईसीसी से कहा था कि टी20 वर्ल्ड कप से पहले पाकिस्तानी खिलाडि़यों और सपोर्ट स्टाफ के वीजा की गारंटी दी जाए.पिछली बार 2019 वर्ल्ड कप में भिड़ी थीं दोनों टीमें,बता दें कि भारत और पाकिस्तान की टीमों ने साल 2013 के बाद से एक-दूसरे के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं खेली है. आईसीसी ने टूर्नामेंट के लिए भारत सरकार की ओर से टैक्स छूट को लेकर भी बीसीसीआई से बात की है. आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों पर लगातार नजर रखे हुए है और बीसीसीआई से सकारात्मक चर्चा की बात भी उसने कही है.
आईसीसी का मानना है कि अगले महीने तक पाकिस्तानी खिलाडि़यों और सपोर्ट स्टाफ को वीजा देने और टैक्स छूट का मुद्दा सुलझा लिया जाएगा. भारत और पाकिस्तान की टीमें क्रिकेट के मैदान पर पिछली बार साल 2019 में इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप में आमने-सामने हुई थी. तब भारतीय टीम ने पाकिस्तान को आसानी से मात दे दी थी.