केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान अपने बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं। उनका यूपी से पुराना नाता है। आरिफ मोहम्मद खान ने बहराइच पहुंचकर शिव मंदिर में पूजा की। इसको लेकर वह कट्टरपंथियों के निशाने पर आ सकते हैं। बताते चलें कि गवर्नर आरिफ बहराइच से दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं।अपने दो दिन के दौरे पर बहराइच आए आरिफ मोहम्मद खान सबसे पहले मशहूर सिद्धनाथ महादेव मंदिर पहुंचे।
यहां उन्होंने शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के साथ ही रुद्राभिषेक किया। पूजा के दौरान सिद्धनाथ पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर रवि गिरी महाराज भी मौजूद रहे। उन्होंने केरल के गवर्नर को अंगवस्त्र भी पहनाया।देश में तीन तलाक के खिलाफ आवाज बुलंद करने वालों में उनका नाम काफी ऊपर है। ट्रिपल तलाक कानून पर उन्होंने मोदी सरकार की जमकर तारीफ की थी।
उन्होंने कहा था कि सरकार ने इस्लाम के नाम पर दुकान खोले लोगों का साथ देने की बजाय इंसानियत की पैरवी की। आरिफ मोहम्मद खान शाह बानो मामले को लेकर 80 के दशक में चर्चा में आए थे। दरअसल एमपी के इंदौर की मुस्लिम महिला शाह बानो को उसके पति ने तलाक दे दिया था। शाह बानो ने सुप्रीम कोर्ट में गुजारा भत्ते का केस जीत लिया। लेकिन इसके बावजूद उसे पति से हर्जाना नहीं मिल सका, क्योंकि तत्कालीन राजीव गांधी सरकार ने अदालती फैसले के खिलाफ संसद से कानून पारित कर दिया था।
इस मामले में आरिफ मोहम्मद खान ने मुस्लिम महिलाओं के हक में प्रगतिशील आवाज को बुलंद किया था। उनका संसद में दिया गया बयान काफी चर्चा में रहा था।तीन तलाक कानून के समर्थन में आरिफ ने कहा था, ‘1986 में शाहबानो केस पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ कट्टरपंथी मुस्लिमों के दबाव के चलते राजीव गांधी सरकार ने जो संविधान संशोधन का फैसला किया था,उसका कांग्रेस पार्टी में होने के नाते मैंने पक्ष में वोट दिया था। संसद में मैंने कहा था कि एक दिन देश में मुस्लिम महिलाओं को उनका हक मिलेगा। सिर्फ इतना ही कहूंगा कि अब खुदा के पास चैन से जा सकता हूं।’